महोबत एक एक ऐसी घटना है जो हर किसी इंसान की ज़िंदगी मे एक न एक बार होती जरूरी है ,
फिर वो ज़रूरी नही की महोबत सिर्फ आप जिसे समझ रहे हो वो ही हो,
महोबत तो किसी सब्दो की या रिस्ते की मोहताज नही होती ,
महोबत तो खुद से भी की जाती है और , महोबत अपने किसी खास
से भी की जाती है .....
कोई खास ......
कोई खास जो आपके बनने से पहले
आपका हो जाता है ......
जिसकी खुसी आपकी हो जाये
और उसके गम आपके...
चोट उसे लगे और दर्द आपको
जिसके सपने देखते हो रात को
उसे कहना तो बहोत कुछ है
पर उसे खोने का डर भी है
जहा उसका नाम आपकी पहचान बन जाये
और आपकी पहचान कही गूम सी हो जाये
सपना तो उसका देखा है
अपना अभी बनाया नही
..........
यह एक एहसास है
हर किसी को अपनी ज़िंदगी मे
एक बार होता जरूर है ।।।।।
NEXT PART COMING SOON....
फिर वो ज़रूरी नही की महोबत सिर्फ आप जिसे समझ रहे हो वो ही हो,
महोबत तो किसी सब्दो की या रिस्ते की मोहताज नही होती ,
महोबत तो खुद से भी की जाती है और , महोबत अपने किसी खास
से भी की जाती है .....
कोई खास ......
कोई खास जो आपके बनने से पहले
आपका हो जाता है ......
जिसकी खुसी आपकी हो जाये
और उसके गम आपके...
चोट उसे लगे और दर्द आपको
जिसके सपने देखते हो रात को
उसे कहना तो बहोत कुछ है
पर उसे खोने का डर भी है
जहा उसका नाम आपकी पहचान बन जाये
और आपकी पहचान कही गूम सी हो जाये
सपना तो उसका देखा है
अपना अभी बनाया नही
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यह एक एहसास है
हर किसी को अपनी ज़िंदगी मे
एक बार होता जरूर है ।।।।।
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